दिल्ली सरकार ने राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पोस्ट कोविड क्लीनिक शुरू किए जाने कहा!
कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों में पुन: कोरोना के लक्षण मिलने की समस्या को देखते हुए दिल्ली सरकार के राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पोस्ट कोविड क्लीनिक शुरू की जाएगी।
जिसमें कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके मरीजों में फिर से लक्षण आने पर विश्लेषण किया जाएगा।
अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. बीएल शेरवाल के अनुसार, कोरोना से अधिक लोग ठीक हो रहे हैं, हालांकि इनमें से कुछ लोगों में सांस लेने में शिकायत मिली है। इस संबंध में हमें मरीजों के कई कॉल भी प्राप्त हुए हैं। इसलिए अस्पताल में क्लीनिक को खोलकर हम मरीजों के फेफड़ों का सीटी स्कैन के साथ-साथ अन्य जांच भी करेंगे।
इससे हमें यह समझने में सहायता होगी कि विभिन्न रोगियों में कोरोना से उबरने के लिए प्रक्रिया कितनी अलग है।
डॉक्टर ने बताया कि अगस्त की शुरुआत में हमें ऐसे मरीजों के दो उदाहरण भी देखने को मिले हैं। जिनमें कोरोना से ठीक होने के बाद करीब डेढ़ महीने के उपरांत फिर से संक्रमण के लक्षण नजर आए, हालांकि मरीजों में कोरोना के हल्के ही लक्षण थे। उन्होंने कहा कि क्लीनिक के इस सप्ताह में शुरू होने की भी संभावना है। वहीं, दूसरी ओर राजधानी के प्रतिष्ठित एम्स अस्पताल में भी इजरायल की तकनीक से ठीक हो चुके कोरोना के मरीजों के लिए भी क्लीनिक की सुविधा मिलेगी। इस संबंध में एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि जिन मरीजों में ठीक होने के बाद फेफड़ों में दिक्कत हो रही है। उन मरीजों पर क्लीनिक में अधिक ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि क्लीनिक के अंदर मरीजों को ठीक करने के लिए दवाइयों के साथ-साथ व्यायाम और अन्य उपकरण की भी सहायता ली जाएगी। इसके लिए इजराइल भी देश की मदद करेगा वहीं, मरीज रोबोट उपकरण जोकि इजरायल द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं की निगरानी में रहेंगे।