मेरी आलोचना कर के मेरा हौसला नहीं तोड़ सकते विरोधी: फ़ाज़िलपुरिया

सालों से गुमशुदा हैं मौजूदा सांसद, नगर निगम को बना दिया नरक निगम: फ़ाज़िलपुरिया
गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र से जननायक जनता पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार राहुल यादव फ़ाज़िलपुरिया ने आज अपने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन भी पूरे जोश और जज्बे के साथ चुनाव प्रचार किया| इन्होंने रोड शो और जनसभाएं मिलाकर कुल करीब दर्जन भर कार्यक्रम किये| इस कार्यक्रमों में कापड़ीवास की जनसभा, सोहना मार्केट, तावडू मार्किट की जनसभा समेत कई और प्रोग्राम प्रमुख थे|
इस दौरान आम जनता का पूरा हुजूम अपने इलाके के लोकसभा प्रत्याशी के साथ दिखा| अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए फ़ाज़िलपुरिया ने कहा कि विरोधी सोचते हैं कि बॉलीवुड के ताने दे देकर वो मुझे हतोत्साहित कर देंगे| वो मेरी आलोचना कर मेरा भरोसा नहीं तोड़ सकते| वो ये नहीं जानते कि मुंबई की फिल्म इंडस्ट्री में इतने सितारों के बीच में अपनी जगह बनाने में कितनी मेहनत और मुश्किलों का सामना करना पड़ा था मुझे| जब मेरा हौसला तब नहीं टूटा, तो भला अब क्यों टूटेगा जब मेरे सर पर गुडगाँव की जनता का हाथ है|
फ़ाज़िलपुरिया ने कहा कि राजनीति में नया होने का ताना बेकार है क्योंकि समाज के लिए मैं बहुत पहले से काम करता चला आ रहा हूँ| फ़ाज़िलपुरिया ने बताया कि पुलवामा हमले के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री को एक हज़ार ख़त लिखकर दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की माँग की थी ताकी शहीदों के परिवारजनों को न्याय मिल सके| इसके कुछ ही दिन बाद आतंकवादी एनकाउन्टर में मारे गये थे।
इसके अलावा चौटाला परिवार से अपने करीबी रिश्तों पर खुलकर बोलते हुए फ़ाज़िलपुरिया ने कहा कि चौटाला परिवार से मेरे काफी पुराने और करीबी रिश्ते हैं| राजनीति में आने के पहले भी मैं उनकी सोच और सिद्धांतों का कायल था| इसलिए मेरे पास जब पार्टी में शामिल होने और चुनाव लड़ने का प्रस्ताव आया तो मैंने ख़ुशी ख़ुशी उसे स्वीकार किया| क्योंकि समाज सेवा के क्षेत्र से काफी पहले से जुड़ा हूँ| मुझे लगा कि राजनीति में आकर मैं शायद जनता के लिए और बेहतर कुछ कर पाऊं|
मेरे अब तक के इस राजनीतिक सफ़र में जनता के साथ, विश्वास और प्रोत्साहन ने मेरे हौसले को और बढ़ा दिया है| मौजूदा सांसद पर कटाक्ष करते हुए फ़ाज़िलपुरिया ने कहा कि राजा साहब तो पिछले जाने कितने सालों से लापता हैं| वो चुनावी मौसम में वोट लेने तो आते हैं लेकिन चुनाव के बाद जनता की सुध नहीं लेते| उन्हें नहीं पता कि आज किन हालात में जीने को मजबूर है| आज गुडगाँव नगर निगम की हालत ये हैं उसे नगर निगम नहीं, नरक निगम कहा जाना ज्यादा उचित होगा| युवाओं के बीच बोलते हुए फ़ाज़िलपुरिया ने कहा कि केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना से युवाओं का हौसला टूट चुका है| इस सरकार से लोगों की इस कदर निराशा हुई है कि जनता बेहतरी की उम्मीद ही छोड़ चुकी है| फ़ाज़िलपुरिया की जनता ने प्राण लिया है की अब बदलाव होकर रहेगा।
फ़ाज़िलपुरिया ने कहा कि राजा साहब आम जनता कि पहुँच के बाहर हैं| राजा साहब के प्रोटोकॉल प्रधानमंत्री के प्रोटोकॉल से कम नहीं हैं| फ़ाज़िलपुरिया ने जनता से सवाल किया कि क्या माजूदा संसद जी का मोबाइल नंबर यहाँ किसी के पास है| इसके विपरीत मैं आप के बीच ही रहता हूँ| बॉलीवुड में सक्रिय होने के बावजूद मैंने अपने गाँव को नहीं छोड़ा| इसके पीछे यही कारण है कि मैं चाहता हूँ कि मैं कल जिस भी मुकाम पर पहुंचूं, जितनी भी शोहरत हासिल करूँ, मेरा गाँव हमेशा मेरे साथ रहे| मैं हमेशा आप सब की पहुँच में रहूँगा| आप लोग जब भी चाहें, बिना किसी रोक टोक के मुझसे मिल सकते हैं।
Previous Post Next Post