NEET , JEE Main Guidelines 2020: यूनियन गवर्नमेंट ने तमाम विरोधों के बावजूद यह साफ किया है कि न तो जेईई मेन परीक्षा 2020 और न ही नीट परीक्षा 2020 किसी भी कीमत पर स्थगित होगी।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेईई-नीट की परीक्षाओं को सुरक्षित बनाने और अभ्यर्थियों की आशंकाओं को शांत करने के लिए मंगलवार को नए दिशानिर्देश जारी किए।
इसके तहत परीक्षा केंद्र बढ़ा दिए गए हैं। इससे एक शिफ्ट और कक्षा में अभ्यर्थियों की संख्या कम होगी। जेईई मेंस कंप्यूटर आधारित टेस्ट है, जबकि नीट में लिखना होगा।
एनटीए और शिक्षा मंत्रालय ने यह भी साफ कर दिया है कि परीक्षाएं सितंबर में अपने तय समय पर आयोजित की जाएंगी। जेईई के एडमिट कार्ड जारी किए जा चुके हैं और छात्र डाउनलोड भी कर चुके हैं। नीट के एडमिट कार्ड भी जल्द ही जारी होंगे। इसलिए छात्र किसी प्रकार के असमंजस की स्थिति में न रहें।
एक्टिविस्ट ग्रेटा थुनबर्ग ने JEE Main और NEET परीक्षा पर कहा- अनुचित
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद साफ हो गया है कि NEET 2020 और JEE Mains 2020 की तारीखों को आगे नहीं बढ़ाया जा रहा है। NTA भी लगातार तैयारी में लगा है। स्वीडिश जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने कोरोना वायरस के चलते उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर भारत में NEET और JEE परीक्षाएं टालने का मंगलवार को समर्थन किया और कहा कि यह ‘‘बहुत अनुचित’’ है कि छात्रों को महामारी के समय परीक्षाओं में बैठने के लिए कहा जा रहा है।
एनटीए ने 99 फीसदी छात्रों के लिए उनकी पहली प्राथमिकता का परीक्षा केंद्र सुनिश्चित किया है। जेईई मेन के लिए 8.58 लाख और नीट के लिए 15.97 लाख विद्यार्थी पंजीकृत हैं।
यहां जानें जेईई और नीट को लेकर जारी की गई गाइडलाइंस की अहम बातें -
- नीट की परीक्षा के दौरान एक कक्षा में 24 की जगह 12 अभ्यर्थी बैठेंगे।
- नीट परीक्षा के केंद्र 2546 से बढ़ाकर 3843 किए गए हैं।
- जेईई परीक्षा के लिए शिफ्ट 8 से बढ़ाकर 12 और परीक्षा केंद्र 570 से बढ़ाकर 660 किए गए हैं।
- जेईई में एक-एक सीट छोड़कर छात्रों को बिठाया जाएगा।
- जेईई की एक पाली में एक लाख 32 हजार की जगह अब 85 हजार अभ्यर्थी बैठेंगे। हालांकि सीटिंग प्लान में भी बदलाव किया गया है।
- परीक्षार्थियों को एक-दूसरे से छह फीट की दूरी बनाकर रखनी होगी।
- जिस परीक्षार्थियों का बॉडी टेम्परेचर 99.4 डिग्री फॉरेनहाइट से ज्यादा होगा, उन्हें आइसोलेशन रूम में ले जाया जाएगा। वह वहीं बैठकर परीक्षा देंगे।
- फ्रिस्किंग, डॉक्यूमेंट की वेरिफिकेशन का काम रजिस्ट्रेशन रूम के अंदर किया जाएगा।
- परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में नया मास्क दिया जाएगा। परीक्षा केंद्र में एडमिट कार्ड, आईडी प्रूफ के साथ सिर्फ पानी की बोतल, हैंड सेनिटाइजर ले जाने की ही अनुमति होगी।
- परीक्षा देते समय स्टूडेंट्स के लिए मास्क लगाना और ग्लोव्स पहनना अनिवार्य नहीं होगा।
- सोशल डिस्टेंसिंग के लिए दिशानिर्देश
एनटीए ने कहा है कि परीक्षा के दौरान भीड़ न हो, इसके लिए प्रवेश औऱ निकासी के समय और द्वार को अलग रखने का भी निर्णय किया गया है। अभ्यर्थी एक साथ अंदर नहीं प्रवेश करेंगे और न ही एक साथ परीक्षा कक्ष छोड़ने की इजाजत होगी। सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर अभ्यर्थियों के क्या करें-क्या न करें के दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। अगर परीक्षा केंद्र के बाहर किसी को इंतजार करना पड़ रहा रहा है, तो उस दौरान भी सोशल डिस्टेसिंग बनी रहेगी।
NTA ने राज्यों से व्यवस्था करने को कहा
एनटीए ने तमाम राज्यों सरकारों से कहा है कि वह परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने में मदद करे।
प्रोटोकॉल के मुताबिक स्टाफ मैंबर और उम्मीदारों के हर प्रवेश द्वार पर थर्मोगन से फीवर चेक होगा। अगर किसी में कोई कोविड-19 के कोई लक्षण पाए गए तो उन्हें अलग आइसोलेशन कमरे में बैठाया जाएगा। थंब इम्प्रेशन के जरिए उपस्थिति नहीं ली जाएगी।
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कोरोनोवायरस ( coronavirus) महामारी के बीच इंजीनियरिंग और मेडिकल पाठ्यक्रमों के लिए अखिल भारतीय परीक्षा आयोजित करने के निर्णय का बचाव किया है।
उन्होंने कहा है कि परीक्षा के आयोजन के लिए "अभिभावकों और छात्रों का लगातार दबाव है, लोग चाहते हैं कि परीक्षा आयोजित हो". भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) और मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) अगले महीने आयोजित होने वाली है।
एक साक्षात्कार में, पोखरियाल निशंक ने कहा कि जेईई के लिए उपस्थित होने वाले 80 प्रतिशत छात्र पहले ही एडमिट कार्ड डाउनलोड कर चुके हैं. निशंक ने कहा, "हम माता-पिता और छात्रों के लगातार दबाव में हैं, वो पूछ रहे हैं कि हम जेईई और एनईईटी की अनुमति क्यों नहीं दे रहे हैं. छात्र बहुत चिंतित थे. उनके दिमाग में यह चल रहा था कि वे कितने समय तक सिर्फ तैयारी जारी रखेंगे?" निशंक ने कहा, "जेईई के लिए पंजीकृत 8.58 लाख छात्रों में से 7.25 लाख उम्मीदवारों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं ... हम छात्रों के साथ हैं. उनकी सुरक्षा पहले हो, फिर उनकी शिक्षा।