दिल्ली NCR में आफ़त की बारिश, जलभराव के कारण लोग परेशान

 

दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में आज झमाझम बारिश हो रही है। दिल्ली में आज तड़के से बारिश हो रही है। कई इलाकों में जलभराव हो गया है। द्वारका अंडरपास में पानी भर गया है, जिसके बाद लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

इसके अलावा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास भी जलजमाव हो गया। आपको बता दें कि मौसम विभाग ने दिल्ली में आज भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।


राजधानी दिल्ली के कनॉट प्लेस में भी बारिश हुई है। दिल्ली में आज सुबह 5.30 बजे तक पालम इलाके में 86.6 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। राजधानी दिल्ली में बारिश के कारण मानेकशा रोड पर जलभराव हो गया। मौसम विभाग के मुताबिक, सुबह 10 बजे तक दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, रोहतक, गुरुग्राम और मानेसर में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। इस दौरान आंधी चलने की भी संभावना है।

उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में भी कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश हो रही है। आसमान में काले बादल छाए हुए हैं।

मगर रूठा है मानसून दिल्ली-एनसीआर से मानसून अगस्त में अभी रूठा हुआ है। इस बीच तेज बारिश नहीं हुई। बूंदा-बांदी के साथ आसमान पर छाए बादल गायब होते रहे हैं। नतीजन दस साल में पहली बार 12 दिनों में दिल्ली में 72 फीसदी कम बारिश हुई है। हालांकि, मौसम विभाग ने बीते रविवार से आने वाले बृहस्पतिवार तक औसत से अधिक बारिश का अनुमान लगा रखा है। बुधवार को भी विभाग ने दो दिन बारिश होने का अंदेशा जताया।

मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में अभी तक 109.6 मिमी बारिश हो जानी चाहिए थी। इसके उलट सिर्फ 31.1 मिली बारिश दिल्ली में दर्ज की गई है। उधर, पालम मॉनीटरिंग स्टेशन में 114.3 मिमी की जगह 55.6 मिमी बारिश हुई। यहां अभी तक 51 फीसदी कम बारिश रिकार्ड हुई है। लोधी रोड पर यह आंकड़ा 77 फीसदी है।

मौसम विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों के अुसार, पिछले साल अगस्त के 12 दिनों में 37.1 मिमी बारिश हुई है। वहीं, इससे पहले के तीन सालों यह आंकड़ा 56 मिमी, 64 मिमी और 41 मिली था। जबकि 2015 व 2014 में दिल्ली में 110.6 व 120.5 मिमी बारिश अगस्त के पहले 12 दिनां में हुई थी।

दूसरी तरफ जुलाई महीने में थोड़ी राहत रही।

पूरी जुलाई दिल्ली में 12 फीसदी ज्यादा बारिश हुई थी। सामान्य 210.6 की जगह 236.9 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल एक के बाद कई वेदर सिस्टम दिल्ली-एनसीआर समेत केंद्रीय भारत में विकसित होते रहे हैं। इससे मानसून में पूर्वानुमान के हिसाब से थोड़ा बदल होता आया है। उम्मीदन आने वाले दिनों में बारिश हो सकती है।

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