केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. PUBG समेत 118 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने धारा 69ए के तहत इन मोबाइल ऐप्स पर बैन लगाने का फैसला किया है. मंत्रालय ने कई शिकायतें मिलने के बाद बैन लगाने का यह फैसला लिया है. जारी बयान में कहा गया है कि ये ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा थे।
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बता दें, केंद्र की मोदी सरकार ने चीन के साथ जारी गतिरोध के बाद एक बार फिर से ड्रैगन को आर्थिक झटका दिया है। केंद्र सरकार ने पूर्व की तरह एक बार फिर से चीन के 118 मोबाइल एप पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें पबजी भी शामिल है, जो भारत के युवाओं में खासा लोकप्रिय है।
इन ऐप्स से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताया
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने धारा 69ए के तहत इन मोबाइल एप पर बैन लगाने का फैसला किया है। मंत्रालय ने इन एप को बंद करने का फैसला, पिछले कुछ समय में इनके खिलाफ मिल रही शिकायतों के मद्देनजर लिया है। बुधवार शाम सरकार ने इस संबंध में एक बयान जारी करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ये 118 App खतरा साबित हो रहे थे , इसलिए इन पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है ।
ये App यूजर्स की सूचना और डेटा चोरी कर भारत के बाहर भेज रहे
मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार , ये मोबाइल ऐप भारत की संप्रभुता, अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा थे। ऐसी कई शिकायतें मिली हैं जिसमें कहा गया कि एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर ऐसे कई मोबाइल ऐप हैं जो यूजर्स की सूचनाएं चुराते हैं। ये एप अनधिकृत तरीके से यूजर्स की सूचना और डेटा चोरी कर भारत के बाहर भेज रहे हैं।
भारत सरकार ने चीन के खिलाफ एक और कड़ा कदम उठाया
सरकारी जानकारी के अनुसार , प्रतिबंधित एप्स की इस लिस्ट में कई लोकप्रिय एप्लीकेशन शामिल हैं। इनमें लोकप्रिय गेम पबजी मोबाइल, पबजी मोबाइल लाइट, बायडू, सुपर क्लीन, शायोमी का शेयरसेव, वीचैट वर्क, साइबर हंटर और इसका लाइट वर्जन, गेम ऑफ सुल्तान्स, गो एसएमएस प्रो, मार्वेल सुपर वार, लूडो वर्ल्ड-लूडो सुपरस्टार, राइज ऑफ किंगडम्स, गैलरी वॉल्ट, स्मार्ट एपलॉक (एप प्रोटेक्ट), डुअल स्पेस, क्लीनर-फोन बूस्टर, लैमोर, सिना न्यूज और टेंसेंट वाचलिस्ट आदि शामिल हैं।
इतना ही नहीं मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि ऐसी शिकायतें भी मिली हैं कि ये एप यूजर्स के डेटा को चोरी कर रहे हैं और उसे भारत से बाहर स्थित अपने सर्वर तक गैर कानूनी तरीके से पहुंचा रहे है।
कई और चीनी ऐप किए जा चुके हैं प्रतिबंधित
विदित हो कि इससे पहले भी भारत ने चीन के कई एप पर प्रतिबंध लगाया था, जिसे आर्थिक स्ट्राइक करार दिया गया था। चीन ने भारत सरकार के इस फैसले से बिलबिलाते हुए उसे गलत कहा था। इनमें टिकटॉक, हेलो समेत चीन के 59 मोबाइल एप थे , जिन पर प्रतिबंध लगाया गया था। हालांकि इसके बाद भी भारत सरकार ने 47 एप पर प्रतिबंध लगाया था।